Wednesday, 11 March 2020

Women Day Special

मेरी ताकद का तुमै अंदाज़ा नहीं ,
मै  औरत हु , इस बात की मुझे शर्म नहीं। 
हौसला रखती हु , मै कुछ कर दिखाने का ,
इसीलिए मुझे कमजोर समजना  मत कभी। 

हा , ताने सुनती हु मै हर रोज ,
पर मेरी खामोशी। 
मेरी पहेचान नहीं ,
हर महिने तकलीफ सहेती हु ,
जिसका ऐहसास तुमे होगा ही नहीं। 

लोग भले ही चाहे जो भी कहे ,
पर मेरी दुनिया की रानी हु मै अभी। 
जात ,धरम मे भले ही बाट दो मुझे ,
पर मेरा अस्तित्व मुझसे कभी छूटेगा नहीं। 

आज की महिला हु मै  , 
जहा रास्ते , मै खुद बनाती हु सही,
कोई साथ दे ना दे ,
पर मै एक औरत हु ,
जो कभी हारेगी नहीं। 

कवी : आकाश अहिरे 

No comments:

Post a Comment

Women Day Special

मेरी ताकद का तुमै अंदाज़ा नहीं , मै  औरत हु , इस बात की मुझे शर्म नहीं।  हौसला रखती हु , मै कुछ कर दिखाने का , इसीलिए मुझे कमजोर समजन...